Description
Mc Graw Hill India (Ctet /Tet) Hindi Bhasha Aur Shikshan Shastra (Varg I-Viii Hetu) by Verma and Kamal Deo
CTET / TET के नवीनतम सिलेबस के आधार पर तैयार की गयी हिंदी भाषा और शिक्षण शास्त्र (वर्ग : I-VIII) नामक इस पुस्तक में संबंधित परीक्षा के प्रश्नों का गहन निरीक्षण कर इनमें ऐसे महत्वपूर्ण तथ्यों को समाहित करने का प्रयास किया गया है, ताकि संबंधित परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों हेतु अभ्यार्थियों को कोई दिक्कत नहीं हो। इस पुस्तक में निहित महत्वपूर्ण तथ्यों को एक अच्छे मार्गदर्शिका की तरह खांका देने हेतु उसे कम शब्दों में प्रस्तुत करने का प्रयास किया है, ताकि अभ्यार्थियों को परीक्षा के अंतिम क्षणों में इसे पढ़ने में दिक्कत न हो। इस पुस्तक को तीन भागों में विभाजित किया गया है जहाँ प्रथम भाग में हिंदी व्याकरण, दूसरे भाग में शब्द बोध व अपठित गद्यांश / पद्यांश तथा तीसरे भाग में विषयगत शिक्षण शास्त्र की महत्वपूर्ण परीक्षोपयोगी स्थितियां समाहित हैं। इसके प्रत्येक अध्याय में पूर्व वर्षों के पूछे गए प्रश्नों के अतिरिक्त मॉडल प्रश्नपत्र भी समाहित किये गए हैं, ताकि अभ्यार्थियों को लगे कि पूर्व वर्ष के CTET / TET के प्रश्न एवं हमारे मॉडल प्रश्नों में कोई भिन्नता नहीं है। याद रहे इस पुस्तक में निहित विषयगत शिक्षण शास्त्र को लिखते समय सीबीएससी एवं एनसीईआरटी के विषय विशेषज्ञों तथा प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षण शालाओं के प्रशिक्षकों से अध्यापन कला / शिक्षण शास्त्र पर विशेष रूप से राय लेकर उसे अपने शब्दों में समझाने का प्रयास किया गया है, ताकि अभ्यार्थी इस विषयवस्तु को अच्छी तरह समझ कर इसके अंतर्गत पूछे जाने वाले प्रश्नों का सटीक उत्तर बड़ी आसानी से दे सकें। प्रमुख आकर्षण: 1. प्रस्तुत पुस्तक CTET / TET के नवीनतम सिलेबस के आधार पर लिखी गयी है, जो संबंधित परीक्षा के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी । 2. इस संस्करण में NEP-2020 की संबंधित भाषा को भी सम्मिलित किया गया है | 3. प्रस्तुत पुस्तक तीन भागों यथा विषयगत शिक्षण शास्त्र, हिंदी व्याकरण एवं शब्द बोध व अपठित गद्यांश / पद्यांश में विभाजित है। 4. प्रत्येक अध्याय में परीक्षोपयोगी तथ्यों को समाहित किया गया है। 5. अध्यायवार शिक्षण शास्त्रीय प्रश्नों को समाहित किया गया है ताकि शिक्षार्थी अध्याय संबंधी शिक्षण शास्त्रीय अवधारणाओं के उपयोग को समझ सकें। 6. प्रत्येक अध्याय में अभ्यार्थियों के अभ्यासार्थ दो तरह के प्रश्नों को उनका उचित स्थान दिया गया है जिनमें 2011 से जनवरी 2021 तक के सीटेट एवं विभिन्न हिंदी भाषी राज्यों के टेट के प्रश्न शामिल हैं। 7. विषयगत अध्यापन कला / शिक्षण शास्त्र के चरित्र चित्रण के समय विषय विशेषज्ञों का अटूट सहयोग। 8. पुस्तक को प्रस्तुत करते समय इसमें निहित तथ्यों की भाषा शैली को सहज, सरल, स्पष्ट, रुचिकर एवं बोधगम्य बनाने का प्रयास ।