Description
Wiley India Wiley'S Ctet Paper 2, Maths And Science Exam Goalpost Comprehensive Guide by DT Editorial Services
सी टी ई टी EXAM GOALPOST पेपर-II- गणित एवं विज्ञान कॉम्प्रीहेन्सिव गाइड, भारत की पहली पुस्तक है जिसमें प्रत्येक प्रश्न का उत्तर विस्तृत रूप में दिया गया है। यह अवधरणाओं के पुनःअभ्यास द्वारा न केवल स्वमूल्यांकन को बढ़ावा देती है, बल्कि आपके विकास पर भी नजर रखती है। यह पुस्तक परीक्षाओं से जुड़े डर और शंकाओं पर काबू पाना सिखाती है। यह समय प्रबंधन के तरीकों की जानकारी देती है, जिससे आप एक निश्चित समय सीमा के भीतर प्रश्नों को हल करने में सक्षम हो सकें।
About the Author
यह अनुभवी प्रशिक्षकों की एक ऐसी टीम है, जिसमें सभी अपने विषयों के विशेषज्ञ हैं। ये सभी स्वयं इन परीक्षाओं से होकर गुजरे हैं और अपने कार्यों में कुशल व अनुभवी हैं। अभ्यर्थियों की सहायता के लिए अधिक से अधिक खोज करके टीम ने ऐसे प्रश्नोत्तर तैयार किये हैं, जो परीक्षा में सफलता पाने में सहायक है। यह पुस्तक बाज़ार में उपलब्ध सभी प्रतियोगी पुस्तकों से बेहतर तथा वर्तमान परीक्षाओं को ध्यान में रखकर बनायी गयी है।
TABLE OF CONTENTS
विषय-सूची
पुस्तक की अद्वितीय विशेषताएँ
वीडियो लेसन एक्सेस करने का तरीका
परीक्षा की रणनीति
सी टी ई टी की संरचना तथा विषय-वस्तु
सी टी ई टी का पाठ्यक्रम
सॉल्वड पेपर
सॉल्वड पेपर सितम्बर 2016 (व्याख्यात्मक उत्तर सहित)
भाग I: बाल विकास तथा अध्यापन कला
अध्याय 1: वृद्धि एवं विकास की अवधारणा तथा अधिगम से उसका संबंध
अध्याय 2: बाल विकास के सिद्धान्त
अध्याय 3: आनुवंशिकता तथा वातावरण का प्रभाव
अध्याय 4: समाजीकरण की प्रक्रिया
अध्याय 5: पियाजे, कोह्लबर्ग तथा वाइगोत्सकी के सिद्धान्त
अध्याय 6: बाल-केन्द्रित शिक्षा तथा प्रगतिशील शिक्षा की अवधारणा
अध्याय 7 : बुद्धि निर्माण तथा बहुआयामी बुद्धि
अध्याय 8: भाषा तथा चिन्तन
अध्याय 9 : अधिगम का मूल्यांकन
अध्याय 10: उपलब्धि का मूल्यांकन तथा विभिन्न प्रकार के प्रश्नों का निर्माण
अध्याय 11 : समावेशी शिक्षा तथा विविध पृष्ठभूमि के बालकों की पहचान
अध्याय 12 : विकलांग तथा अधिगम अशक्तता वाले बालकों की पहचान
अध्याय 13 : प्रतिभाशाली, सृजनात्मक तथा विशिष्ट बालकों की पहचान
अध्याय 14 : बच्चों में सोचना तथा सीखना
अध्याय 15 : शिक्षण तथा अधिगम की आधारभूत प्रक्रियाएँ
अध्याय 16: बच्चाः एक समस्या समाधानकर्ता तथा एक वैज्ञानिक अन्वेषक के रूप में
अध्याय 17: बालकों में अधिगम की वैकल्पिक अवधारणाएँ
अध्याय 18: संज्ञान तथा संवेग
अध्याय 19: अभिप्रेरणा तथा अधिगम
अध्याय 20: अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक
अध्याय 21: राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा
भाग-II: हिन्दी भाषा
अध्याय 1: अपठित गद्यांश एवं पद्यांश
अध्याय 2: अधिगम और अर्जन
अध्याय 3: भाषा-शिक्षण के सिद्धान्त
अध्याय 4: भाषा के कार्य एवं इसके विकास में बोलने एवं सुनने की भूमिका
अध्याय 5 : भाषा अधिगम में व्याकरण की भूमिका
अध्याय 6 : भाषायी विविधता वाले कक्षा-कक्ष की समस्याएँ
अध्याय 7 : भाषा कौशल
अध्याय 8 : भाषा बोध में प्रवीणता का मूल्यांकन
अध्याय 9: शिक्षण-सहायक सामग्री
अध्याय 10: उपचारात्मक शिक्षण
भाग III : English Language
Chapter 1: Reading Comprehension: Prose
Chapter 2: Learning and Acquisition
Chapter 3: Principles of Language Teaching
Chapter 4: Role of Listening and Speaking
Chapter 5: Critical Perspective on the Role of Grammar in Learning a Language
Chapter 6: Challenges of Teaching Language in a Diverse Classroom
Chapter 7: Language Skills
Chapter 8: Evaluating Language Comprehension and Proficiency
Chapter 9: Teaching Learning Materials
Chapter 10: Remedial Teaching
भाग-IV: गणित
अध्याय 1: संख्या प्रणाली
अध्याय 2: बीजगणित
अध्याय 3: ज्यामिति
अध्याय 4: क्षेत्रमिति
अध्याय 5: आँकड़ा प्रबंधन
अध्याय 6: विविध
अध्याय 7: गणित की प्रकृति
अध्याय 8: पाठ्यचर्या में गणित का स्थान
अध्याय 9: गणित की भाषा
अध्याय 10: सामुदायिक गणित
अध्याय 11: मूल्यांकन
अध्याय 12: गणित शिक्षण की समस्याएँ
अध्याय 13: उपचारात्मक तथा निदानात्मक शिक्षण
भाग- V: विज्ञान
अध्याय 1: भोजन
अध्याय 2: सामग्री
अध्याय 3: जीव जन्तुओं की दुनिया
अध्याय 4: सचल वस्तुएं, लोग और विचार
अध्याय 5: चीजें कैसे कार्य करती हैं?
अध्याय 6: प्राकृतिक पद्धति
अध्याय 7: प्राकृतिक संसाधन
अध्याय 8: विज्ञान की प्रकृति एवं संरचना
अध्याय 9: प्राकृतिक विज्ञान तथा उद्देश्य
अध्याय 10: विज्ञान को समझना तथा उसकी सराहना करना
अध्याय 11: दृष्टिकोण/एकीकृत दृष्टिकोण
अध्याय 12: प्रेक्षण/प्रयोग/अन्वेषण
अध्याय 13: अभिनवता
अध्याय 14: पाठ्यचर्या सहायक सामग्री
अध्याय 15: मूल्यांकन-संज्ञात्मक/मनोप्रेरक/प्रभावन
अध्याय 16: विज्ञान शिक्षण की समस्याएँ
अध्याय 17: उपचारात्मक शिक्षण