Description
Shivank Prakashan Angreji Hindi Kannad Samantar Shabdkosh (PB) by Raj Bhavan
शब्दकोश के बारे में - भारतवर्ष भाषाओं के मामले विश्व में सबसे अधिक समृद्ध और धनी देश है। वर्ष 2001 की जनगणना के अनुसार भारत में लगभग 122 मुख्य भाषाएं और लगभग 1599 अन्य भाषाएं थी। अधिकांश भारतीय भाषाओं की जननी संस्कृत भाषा को माना जाता है। कर्नाटक राज्य में लगभग 09 वर्ष रहने और कन्नड़ भाषा को सीखने के बाद ज्ञान हुआ कि कन्नड़ भाषा के शब्द हिंदी भाषा के शब्दों के साथ हुबहु मेल खाते हैं। इस शब्दकोश में उन शब्दों का संकलन किया गया है, जो कन्नड़ भाषा और हिंदी भाषा में समान अर्थ देते हैं। इस शब्दकोश के निर्माण का मुख्य उद्देश्य यह है कि सभी कन्नड़ भाषी जन हिंदी सीख सकें और सभी हिंदी भाषी जन जो कर्नाटक में रह रहे हैं, वह कन्नड़ भाषा सीख सकें। जिससे हमारी राजभाषा हिंदी के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषा कन्नड़ का भी प्रचार-प्रसार हो सके।